Info India News I Bhopal I एमपी को मिलेगा नया टाइगर रिजर्व, जाने कहां होगा बाघों का नया घर, टूरिज्म को कैसे होगा फायदा
Bhopal News: मध्य प्रदेश में अब और टूरिस्ट बढ़ेंगे. इसके साथ-साथ रोजगार भी बढ़ेगा. दरअसल, अब रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को टाइगर रिजर्व बनाया जा रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंजूरी दे दी है. इस नए टाइगर रिजर्व का नोटिफिकेशन कुछ ही महीनों में जारी हो सकता है.
भोपाल. टूरिस्ट के लिए बड़ी खबर है. टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में अब एक और टाइगर रिजर्व बनने जा रहा है. प्रदेश की मोहन सरकार ने रातापानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को टाइगर रिजर्व बनाने के प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी है. इसके लिए राज्य स्तरीय वन्यप्राणी बोर्ड से भी अनुमोदन मिल गया है. रातापानी सेंचुरी को टाइगर रिजर्व घोषित करने का नोटिफिकेशन दो महीने में जारी हो सकता है. इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं. अच्छी बात यह है कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority-NTCA) ने रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने के लिए 13 साल पहले यानी साल 2011 में ही सैद्धांतिक सहमति दे दी थी.
इस तरह मध्य प्रदेश में अब 8 टाइगर रिजर्व हो जाएंगे. गौरतलब है कि, अब तक देश में केवल नागपुर ही ऐसा शहर था, जिसमें टाइगर रिजर्व का हिस्सा शामिल था. लेकिन, अब नागपुर के बाद भोपाल शहर की सीमा में भी टाइगर रिजर्व होगा. सरकार के इस फैसले को बाद अब मध्य प्रदेश टूरिज्म को और भी पंख लगेंगे. प्रदेश में अब रिकॉर्ड तोड़ टूरिस्ट आते हैं. कई नामी-गिरामी चेहरे प्रदेश के टाइगर रिजर्व में आते हैं और बाघों का दीदार कर फोटोग्राफी करते हैं. लोगों को प्रदेश के जंगल बेहद पसंद आते हैं. टूरिज्म के अलावा नया टाइगर रिजर्व बनने से रोजगार में भी बढ़ोतरी होगी.
नए टाइगर रिजर्व का फायदा
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य स्तरीय वन्यप्राणी बोर्ड का अनुमोदन मिल गया है. भोपाल से प्रकाशित अखबार दैनिक भास्कर के मुताबिक, रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने का प्रस्ताव 16 साल लंबित था. अब इसका बनना तय है. अब केवल औपचारिकताएं ही रह गई हैं. अधिकारियों ने कहा कि नया टाइगर रिजर्व बनने से भोपाल को एक नई पहचान मिलेगी. भोपाल और औबेदुल्लागंज को आर्थिक रूप से फायदा होगा. चूंकि, एयरपोर्ट भोपाल में ही है तो टूरिस्ट की संख्या बढ़ जाएगी. इस रिजर्व के लिए केंद्र सरकार 60 फीसदी बजट देगी. इसके अलावा राज्य सरकार 40 फीसदी अलग बजट देगी.
एमपी में कितने और किस जिले में हैं टाइगर रिजर्व
कान्हा टाइगर रिजर्व, मंडला जिले में है. पेंच टाइगर रिजर्व छिंदवाड़ा, सिवनी जिलों में है. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया जिले में है. पन्ना टाइगर रिजर्व पन्ना जिले में है. सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम जिले में है. संजय दुबरी टाइगर रिजर्व सीधी जिले में है. रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व सागर, दमोह, नरसिंहपुर जिलों में है. रातापानी टाइगर रिजर्व भोपाल में प्रस्तावित है.