Maharashtra-ट्रेनी IAS पूजा खेडकर विवाद

Info India News I ट्रेनी IAS पूजा खेडकर विवाद पर शरद पवार की पहली प्रतिक्रिया, ‘इस देश में तीन राज्य…’

IAS Puja Khedkar Controversy: महाराष्ट्र में ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर इन दिनों विवादों में हैं. एनसीपी (SP) शरद पवार ने राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं.

Sharad Pawar On IAS Puja Khedkar: महाराष्ट्र में ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को लेकर विवादों के बीच एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने माना है कि महाराष्ट्र भी प्रशासन के मामले में पहले बहुत अच्छा था. पहले प्रशासन के साथ बातचीत होती थी लेकिन इन दिनों ये सब गायब है.

एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने गुजरात, बिहार और तमिलनाडु के प्रशासन व्यवस्था की तारीफ की. उन्होंने कहा, ”इस देश में तीन राज्य अपने अच्छे प्रशासन के लिए बहुत मशहूर थे- गुजरात, बिहार और तमिलनाडु. पहले हम भी अच्छे थे. प्रशासन के साथ बातचीत होती थी लेकिन आजकल ये बातचीत ही गायब है.

पूजा खेडकर की ट्रेनिंग पर रोक

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक विवादित ट्रेनी IAS अफसर और वाशिम की असिस्टेंट कलेक्टर पूजा खेडकर पर बड़ी कार्रवाई हुई है. उनकी ट्रेनिंग पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. उन्हें 23 जुलाई तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं. महाराष्ट्र सरकार के एक अफसर ने इस बारे में जानकारी दी है.

ट्रेनी IAS अफसर के खिलाफ ये कदम महाराष्ट्र सरकार की ओर से उनके सर्टिफिकेट, दस्तावेजों, मेडिकल और अन्य कागजात से संबंधित शिकायतों के बाद उनके व्यवहार पर अलग-अलग मामलों में भेजी गई रिपोर्ट के बाद उठाया गया है. साथ ही एक आईएएस प्रोबेशनर के रूप में अपने अधिकारों से हटकर वीआईपी डिमांड करने को लेकर वो सुर्खियों में हैं.

उन्होंने खुद को कथित तौर पर शारीरिक रूप से दिव्यांग और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय का बताया था. खेडकर पर पुणे में तैनाती के दौरान विशेषाधिकारों का गलत इस्तेमाल करने का भी आरोप है. अधिकारी ने बताया कि अकादमी ने आगे की जरुरी कार्रवाई के लिए उन्हें वापस बुलाने का फैसला किया है.

महाराष्ट्र के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नितिन गदरे की ओर से लिखी चिट्ठी कहा गया है कि अकादमी ने खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया है और आगे की जरुरी कार्रवाई के लिए उन्हें तत्काल वापस बुला लिया है. पत्र में कहा गया, ”आपको (खेडकर) महाराष्ट्र सरकार के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त किया जाता है. आपको किसी भी परिस्थिति में 23 जुलाई 2024 से पहले अकादमी में रिपोर्ट करने का निर्देश दिया जाता है.’